18 साल से फरार मुंबई के 1992 के दंगों का वांटेड आरोपी गोरेगांव से गिरफ्तार
टेक्निकल इंफॉर्मेशन के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को प्लान बनाकर जाल बिछाया। जिसके बाद आरोपी को वेस्ट उपनगरीय क्षेत्र मलाड में डिंडोशी बस डिपो से धर दबोचा। उन्होंने बताया कि 1992 में डिंडोशी पुलिस के अधिकार क्षेत्र में जो दंगा हुआ था, आरोपी उसी के एक मामले में वांटेड है।
महाराष्ट्र में मुंबई पुलिस ने 1992 के दंगों के एक मामले में वांटेड चल रहे आरोपी को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार 47 साल का येआरोपी पिछले 18 साल से फरार चल रहा था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी को मुंबई के गोरेगांव इलाके से गिरफ्तार किया गया। जानकारी के लिए बता दें कि आरोपी को 2004 में अदालल ने भगौड़ा घोषित कर दिया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि टेक्निकल इंफॉर्मेशन के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को प्लान बनाकर जाल बिछाया। जिसके बाद आरोपी को वेस्ट उपनगरीय क्षेत्र मलाड में डिंडोशी बस डिपो से धर दबोचा। उन्होंने बताया कि 1992 में डिंडोशी पुलिस के अधिकार क्षेत्र में जो दंगा हुआ था, आरोपी उसी के एक मामले में वांटेड है।
अधिकारी के मुताबिक पुलिस ने उस समय दर्ज की गई FIR में नौ आरोपियों को नामजद किया था और आरोपपत्र दाखिल किया था।
उनके अनुसार उनमें दो आरोपी बरी हो गए थे जबकि एक की मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि बाकी छह अदालत में पेश नहीं हुए थे और उन्हें फरार घोषित कर दिया गया था एवं 2004 में उनके खिलाफ वारंट जारी किया गया था। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी पिछले 18 सालों में अपनी पहचान बदलकर इस उपनगरीय क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर रह रहा था। अधिकारी के मुताबिक मामले की जांच चल रही है।
बता दे पुलिस के मुताबिक, 1992 में दंगों के दौरान नौ लोगों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसमें दंगा भी शामिल था और मामले में एक सत्र अदालत के समक्ष आरोप पत्र भी दायर किया गया था। नौ आरोपियों में से दो लोगों को इस मामले में बरी कर दिया गया था और एक संदिग्ध की मौत हो गई थी।