'खिड़की से देखा तो आग ही आग, दरवाजा तोड़कर बचाई जान'; बच कर आने वालो ने बताई आपबीती, जानिए प्रत्यक्षदर्शियों ने और क्या कहा
पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस में लगी भीषण आग को बुझा दिया गया है। तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास इस ट्रेन में लगी आग से 9 लोगों की मौत हो गई है। आग की जानकारी मिलते ही यात्रियों ने बमुश्किल अपनी जान बचाई जिसके कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने इसकी कहानी बयां की।
तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास आज एक बड़ा ट्रेन हादसा देखने को मिला है। यहां स्टेशन पर खड़ी पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस में भीषण आग लग गई। ट्रेन लखनऊ से रामेश्वरम जा रही थी और आग की वजह से इसमें मौजूद 65 यात्रियों में से 9 की मौत हो गई और 20 लोग घायल हो गए।
आग की जानकारी मिलते ही यात्रियों ने बमुश्किल अपनी जान बचाई, जिसके कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने इसकी कहानी बयां की।
दरअसल, पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस ट्रेन लखनऊ से रामेशवरम जा रही थी और इसके एक प्राइवेट कोच में पार्टी चल रही थी। अधिकारियों ने बताया कि निजी कोच में पार्टी चल रही थी और इसमें यात्री छिपाकर गैस सिलेंडर ले गए थे, जिस कारण इसमें आग लग गई। उन्होंने कहा कि अवैध रूप से ले जाया गया सिलेंडर ही आग का कारण बना।
ट्रेन में सवार एक यात्री रेखा जो अब अस्पताल में भर्ती हैं, उन्होंने बताया कि मैं बीच वाली सीट पर लेटी थी और आग लगने का शोर सुना। उन्होंने कहा कि हम सभी तुरंत भागे और बड़ी खिड़की के पास पहुंचे, लेकिन वह सब बंद थी। यात्री ने बताया कि हमने बमुश्किल एक पलाश की मदद से दरवाजा खोला और बाहर भागे।
यात्री ने बताया कि जो लोग पीछे थे वे भागे और जो वहीं बैठे थे वो फंस गए। दरअसल, प्राइवेट कोच में लोग छुपाकर गैस सिलेंडर लेकर जा रहे थे। वो जैसे ही खाना बनाने लगे इसमें आग लग गई।
दूसरे प्रत्यक्षदर्शी अशोक कुमार ने बताया कि हम सो रहे थे और अचानक आग लग गई और दरवाजे और खिड़कियां चारों तरफ से बंद हो गए। हमें चाबियां नहीं मिलीं और फिर हमने प्लायर (पलाश) पाया और दरवाजा तोड़ दिया। कुछ लोग भागने में सफल रहे, बाकी फंस गए थे।