आगरा में पुराने घर की तोड़फोड़ में जुटे थे मजदूर, मिला संदूक, खोलते ही उड़े होश, आ गयी पुलिस
लोगों ने बताया कि डॉक्टर नरेश अग्रवाल ने यह मकान अछनेरा के पूर्व चेयरमैन अशोक अग्रवाल को बेच दिया था. अशोक अग्रवाल इस मकान को तुड़वाकर नया निर्माण करवाने वाले थे. कारीगर जब मकान तोड़ने के लिए पहुंचे तो तोड़ते समय कारीगरों को घर में एक पुराना बक्सा मिला.
उत्तर प्रदेश के आगरा में एक मकान से नर कंकाल बरामद होने के बाद सनसनी फैल गई. बताया गया कि कुछ साल पहले तक यह मकान ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर नरेश अग्रवाल का था. बीते दिन इस मकान को तोड़ते समय बक्से से नरकंकाल मिले है. हालांकि, नरकंकाल किसके हैं, ये अभी पता नहीं चल पाया है.
फिलहाल, नरकंकाल की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने इन्हें सील बंद कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला जांच के लिए भेज दिया है. वहीं, नरकंकाल मिलने की बात पूरे कस्बे में आग की तरह फैल गई है. लोगों की जुबान पर बस ही एक ही चर्चा है कि आखिर घर में मिले नरकंकाल हैं किसके?
लोगों ने बताया कि डॉक्टर नरेश अग्रवाल ने यह मकान अछनेरा के पूर्व चेयरमैन अशोक अग्रवाल को बेच दिया था. अशोक अग्रवाल इस मकान को तुड़वाकर नया निर्माण करवाने वाले थे. कारीगर जब मकान तोड़ने के लिए पहुंचे तो तोड़ते समय कारीगरों को घर में एक पुराना बक्सा मिला.
कारीगरों ने बक्से का ताला तोड़ा, तो उनके होश उड़ गए. क्योंकि उसके अंदर नरकंकाल रखा हुआ था. यह देखते ही कारीगरों में हड़कंप मच गया और वे काम छोड़कर भाग खड़े हुए. फिर बक्सा और उसमें कंकाल मिलने की सूचना पुलिस को दी गई. जिसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची.
प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि यह नरकंकाल का डमी है. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने बक्से में बंद मिले कंकाल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भिजवा दिया है. एसीपी अछनेरा का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है. प्रयोगशाला की रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले में नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने मकान मालिक से पूछताछ की है.