World Athletics Championship में सूखा खत्म, नीरज चोपड़ा ने लहराया परचम, पीएम मोदी बोले- भारतीय खेल के लिए खास पल

वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर जीतकर नीरज ने इतिहास रच दिया. नीरज इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जतने वाले पहले भारतीय हैं. इससे पहले साल 2003 में लॉन्ग जंप में अंजू बॉबी जॉर्ज ने देश के लिए कांस्य पदक जीता था. मोदी ने ट्वीट करते हुए इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया है. पीएम मोदी के अलावा पूर्व खेल मंत्री किरण रिजिजू और कई खेल जगत की हस्तियों ने भी नीरज चोपड़ा को बधाई दी हैं.

World Athletics Championship में सूखा खत्म, नीरज चोपड़ा ने लहराया परचम, पीएम मोदी बोले- भारतीय खेल के लिए खास पल

नीरज चोपड़ा ने सस्ते भाले से कमाल कर दिया. जैवलिन के इतिहास के हर पन्ने पर अपना नाम लिखवाने का उनका सफर जारी है. पहले टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड और अब वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर जीतकर नीरज ने इतिहास रच दिया. नीरज ने इस सफलता को हासिल करने के लिए न जानें कितनी चीजें छोड़ दी. उनके परिवार को न जानें कितने समझौते करने पड़े. जिन टूर्नामेंट में भारत के लिए मेडल जीतना भी नामुमकिन लग रहा था, नीरज ने वहां परचम लहराया.

टोक्यो ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेक्टिस चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाया है. नीरज ने अपने चौथे प्रयास में 88.13 मीटर का थ्रो किया, जो उन्हें रजत पदक दिलाने के लिए काफी था. इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल ग्रेनेडा एंडरसन पीटर्स ने 90.54 मीटर थ्रो के साथ जीता. नीरज इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल जतने वाले पहले भारतीय हैं. इससे पहले साल 2003 में लॉन्ग जंप में अंजू बॉबी जॉर्ज ने देश के लिए कांस्य पदक जीता था. 

इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नीरज को बधाई दी है. मोदी ने ट्वीट करते हुए इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया है. पीएम मोदी के अलावा पूर्व खेल मंत्री किरण रिजिजू और कई खेल जगत की हस्तियों ने भी नीरज चोपड़ा को बधाई दी हैं. 

बता दे कि इसके लिए वे घर से दूर रहे. अपनों से दूर रहे. फोन से दूर रहे. सोशल मीडिया से दूर रहे, मगर परेशानियों से दूर नहीं रह पाए. नीरज को तैयारियों के लिए करीब 1.5 लाख रुपये के जैवलिन की जरूरत थी, मगर परिवार की हालत सही नहीं होने के कारण उन्हें कामचलाऊ जैवलिन से ही काम चलाना पड़ा. संयुक्त परिवार में रहने वाले नीरज को पिता सतीश चोपड़ा और चाचा भीम ने जैसे तैसे पैसे जोड़कर 7 हजार रुपये का भाला दिलाया, जिससे वो अभ्यास कर सके. हालांकि इसके बाद भी नीरज की परेशानियां खत्म नहीं हुई. एक समय ऐसा भी आया, जब उनके पास कोच नहीं था. ऐसे समय में उन्होंने यूट्यूब चैनल पर विशेषज्ञों की टिप्स देखकर अपनी कमियों को सुधारा.

ओलंपिक के गोल्डन बॉय भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में इतिहास रच दिया है. नीरज ने अमेरिका के यूजीन में हुई चैम्पियनशिप के फाइनल में 88.13 मीटर दूर फेंका भाला फेंकते हुए सिल्वर मेडल पर निशाना साधा.वहीं जीत के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा कि हवा के चलते थोड़ी परेशानी हुई. लेकिन अपना बेस्ट देने की हर कोशिश करता रहूंगा. मुकाबला कड़ा था, बहुत कुछ सीखने को मिला.