यलो अलर्ट- अभी नहीं थमने वाली है बारिश, जानें कब तक मिलेगी राहत, यूपी में बाढ़-बारिश से 34 लोगों की मौत
उत्तर भारत में तो पिछले दो दिनों से लगातार वर्षा ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मानसूनी बारिशों का असर उत्तर भारत में मंगलवार तक जारी रह सकता है। यानी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में अगले दो दिनों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है।
भारत में इस वक्त जबरदस्त बारिश का कहर जारी है। खासकर उत्तर भारत में तो पिछले दो दिनों से लगातार वर्षा ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। दिल्ली-एनसीआर में इस बारिश के चलते लोगों को भारी मुश्किल उठानी पड़ रही है। दरअसल, ऐसा काफी कम ही देखा गया है कि लगभग पूरे देश में दशहरा के बाद भी बारिश का प्रकोप जारी रहे। हालांकि, इस साल मानसून सीजन के बाद भी कुछ एक इलाकों को छोड़कर भारत के अधिकतर हिस्से में या तो बारिश जारी है या भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है।
माना जाता है कि भारत में मानसून सामान्य तौर पर अगस्त तक पूरी तरह छा जाता है। इसके बाद सितंबर मध्य में इसके वापस लौटने की प्रक्रिया भी शुरू हो जाती है। मानसून के इसी लौटने की प्रक्रिया को मानसून विड्रॉल (निकासी) कहते हैं। हालांकि, इस बार बारिश अक्तूबर में भी जारी है। देश के कुछ हिस्सों में यही स्थिति पिछली बार भी रही थी। हालांकि, दोनों ही बार वजह समान है- मानसून की देर से निकासी। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, इस साल मानसून कई जगहों पर देर से पहुंचा। इसके चलते देश के पश्चिमी हिस्सों में मानसून सितंबर तक एक्टिव रहा। इसी सक्रियता का असर मानसून के लौटने की प्रक्रिया पर पड़ा है।
मानसूनी बारिशों का असर उत्तर भारत में मंगलवार तक जारी रह सकता है। यानी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में अगले दो दिनों तक बारिश का दौर जारी रह सकता है। इसके अलावा वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू, दिल्ली-एनसीआर और उत्तरी राजस्थान में भी भी 10 से 12 अक्तूबर तक बारिश का यही दौर जारी रह सकता है। उत्तर भारत की तरह ही आने वाले हफ्ते में मध्य भारत से भी मानसूनी बारिश की विदाई तय है। इस हफ्ते के अंत तक गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बारिश का दौर थम जाएगा। यहां तक कि 15 अक्तूबर से पहले ही मध्य भारत में बारिश का दौर काफी छोटा रहेगा।
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बीच रविवार को प्रदेश में 34 लोगों की मौत हो गई। इनमें बिजली गिरने, मकान ढहने और नदियों में बहने से हुई मौतें शामिल हैं। धान और गन्ने समेत दलहनी फसलें भी प्रभावित हुई हैं। कई जगहों पर पशुओं की भी मौत हो गई है। सीएम योगी ने इन घटनाओं पर दुख व्यक्त करते हुए हादसे के शिकार हुए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मदद की घोषणा की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निरीक्षण करने के लिए खुद मैदान में उतरने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को जनप्रतिनिधियों के माध्यम से राहत सामग्री वितरित करें। जनहानि पर शासन से अनुमन्य राहत राशि पीड़ित परिवार को शीघ्र दें। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के अलावा स्थानीय स्तर पर भी टीमों को अलर्ट किया जाए। विभागीय मंत्री भी भौतिक निरीक्षण करें। राजस्व टीमें फसलों के नुकसान का आकलन करें। किसानों की मदद के लिए सरकार तैयार है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए फिर से अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र समेत 23 राज्यों में यलो अलर्ट जारी किया है। बता दे, रविवार को प्रदेश भर में बाढ़ और बारिश सहित कई घटनाओं में 34 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ का खतरा कई और जिलों को अपनी जद में लेगा, ऐसी आशंका है। इसी आशंका के मद्देनजर शासन की ओर से लखनऊ समेत 45 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी लखनऊ सहित राज्य के कई जिलों में आज स्कूल बंद रखने के आदेश भी स्थानीय प्रशासन की ओर से दिए गए हैं। अलीगढ़ में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह के आदेशानुसार लगातार रुक-रुक कर हो रही बरसात के कारण जिले में संचालित कक्षा एक से कक्षा 12 तक समस्त बोर्ड के विद्यालयों को 10 से 11 अक्तूबर तक का अवकाश घोषित किया है। मेरठ में भारी बारिश के चलते 10 अक्टूबर को स्कूलों की छुट्टी रहेगी। डीएम दीपक मीणा ने कहा कि कक्षा-12 तक के सभी स्कूल बंद रहेंगे। बागपत में डीएम राजकमल यादव ने 10 तारीख को स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं। बिजनौर में भी बारिश के चलते सोमवार को एक से कक्षा आठवीं तक अवकाश घोषित किया गया।
लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा में डीएम ने दस अक्टूबर को सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं। रामपुर में जिले के सभी स्कूलों को सोमवार तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। आगरा जिले में नर्सरी से कक्षा 12 तक के सभी बोर्ड के विद्यालयों को दो दिन तक बंद कर दिया है। 10 और 11 अक्तूबर को अवकाश की अवधि में शिक्षकों की ओर से प्रशिक्षण सहित अन्य विभागीय कार्य किए जाएंगे।
मौसम विभाग की ओर से सोमवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी होने के बाद पूरे प्रदेश के अस्पतालों को भी अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने देर रात इसे लेकर ट्वीट भी किया। उन्होंने निर्देश दिया कि अलर्ट को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सभी अधिकारी, मेडिकल कॉलेज, संस्थान, अस्पताल, सीएमओ, डॉक्टर्स एवं सभी संबंधित स्टॉफ आपातकालीन सेवा हेतु तैयार रहे।