कल अमित शाह ने अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष की हर 'गेंद' पर लगाया 'सिक्सर', आज PM मोदी की बारी
सदन में बुधवार अमित शाह ने जैसे तेवर दिखाए हैं, उस हिसाब से आसानी से समझा जा सकता है कि गुरुवार को पीएम मोदी के तेवर उससे भी ज्यादा आक्रामक रहेंगे. मंगलवार को जब बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई थी तब पीएम मोदी ने कहा था कि आप विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को आखिरी ओवर की तरह ट्रिट करिए. इसमें आपको हर गेंद पर सिक्सर मारना है.
लोकसभा में विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का बुधवार को दूसरा दिन था. आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर मुद्दे पर सरकार को जमकर घेरा, जिसका जवाब सरकार की ओर से पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिया और फिर गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के हर सवालों का जवाब दिया. मणिपुर में हुई हिंसा का बुधवार को 99वां दिन था. गुरुवार को मणिपुर संकट का 100 दिन है. गुरुवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देंगे और इसपर वोटिंग होगी.
दरअसल, सदन में बुधवार अमित शाह ने जैसे तेवर दिखाए हैं, उस हिसाब से आसानी से समझा जा सकता है कि गुरुवार को पीएम मोदी के तेवर उससे भी ज्यादा आक्रामक रहेंगे.
मंगलवार को जब बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई थी तब पीएम मोदी ने कहा था कि आप विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को आखिरी ओवर की तरह ट्रिट करिए. इसमें आपको हर गेंद पर सिक्सर मारना है. आज गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के हर वार पर सिक्सर लगाए हैं. अब देखना है कि पीएम मोदी गुरुवार को विपक्ष को कैसे जवाब देंगे.
बहस के दौरान अमित शाह ने मणिपुर (Manipur Issue) पर भी बात की. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी ने मणिपुर जाकर नाटक किया. उन्हें वहां राजनीति करनी थी. मणिपुर पर जो हुआ, वो शर्मनाक हैं. लेकिन इस पर राजनीति करना और भी ज्यादा शर्मनाक है."
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कहा- "हमारे प्रधानमंत्री आज तक मणिपुर नहीं गए. उनके लिए मणिपुर हिंदुस्तान नहीं है. मैं रिलीफ कैंप गया. महिलाओं-बच्चों से बात की. सेना एक दिन में वहां शांति ला सकती है. आप ऐसा नहीं कर रहे हो."
राहुल के इन आरोपों पर अमित शाह ने कहा- "राहुल गांधी मणिपुर गए थे. उन्होंने कहा मुझे चुराचांदपुर जाना है. सेना ने कहा- हेलिकॉप्टर से जाइए. वे नहीं माने. तीन घंटे ऑनलाइन आकर नाटक किया, फिर लौट गए. अगले दिन फिर हेलिकॉप्टर से ही गए. पहले दिन ही वे हेलिकॉप्टर से जा सकते थे, लेकिन उन्हें राजनीति करनी थी."
गृहमंत्री ने कहा, "मणिपुर में हुई नस्लीय हिंसा परिस्थितिजन्य है. हमने 4 मई तक ही काफी कुछ कर दिया था. हिंसक घटनाओं में 152 लोग मारे गए. मई में 107 मारे गए. जून-जुलाई में 15, अगस्त में 4."
गृह मंत्री ने 4 मई को दो महिलाओं के साथ बर्बर व्यवहार के वीडियो का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष को वो वीडियो समय पर पुलिस को दे देना चाहिए था, उसके सार्वजनिक होने का इंतज़ार नहीं करना चाहिए था.