तीन जिलों में 15 हजार करोड़ का महाप्रोजेक्ट लगाएगी योगी सरकार होगा पूर्वांचल का अंधेरा खत्म
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूर्वांचल के सोनभद्र, चंदौली और मीरजापुर जिले को पनबिजली का गढ़ बनाने जा रही है. यहां 3250 मेगावाट की तीन परियोजनाओं को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त की ओर से सहमति मिल गई है. तीनों परियोजनाओं में करीब 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. इससे यहां दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं, आसपास इलाके में बिजली संकट दूर होगा.
पूर्वांचल के तीन जिलों का अंधेरा खत्म होने जा रहा है. यूपी सरकार इन जिलों में महाप्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है. 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से यहां पंप स्टोरेज पावर प्लांट लगने जा रहा है. इससे एक ओर बिजली संकट दूर होगा, तो दूसरी तरफ यहां हजारों युवाओं को रोजगार का अवसर मिलेगा.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पूर्वांचल के सोनभद्र, चंदौली और मीरजापुर जिले को पनबिजली का गढ़ बनाने जा रही है. यहां 3250 मेगावाट की तीन परियोजनाओं को अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त की ओर से सहमति मिल गई है. तीनों परियोजनाओं में करीब 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. इससे यहां दस हजार लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं, आसपास इलाके में बिजली संकट दूर होगा.
चंदौली और मीरजापुर में पंप स्टोरेज पावर प्लांट लगाने के लिए ठेका दे दिया गया है. मीरजापुर में लालगंज तहसील के सोनगढ़ा गांव में 900 मेगावाट क्षमता का प्लांट लगाया जाएगा. वहीं, चंदौली के चकिया तहसील के मुबारकपुर गांव में 600 मेगावाट क्षमता का प्लांट लगाया जा रहा है. दोनों परियोजनाओं में करीब 6561 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. वहीं, इसके लिए 671 हेक्टेयर जमीन का उपयोग किया जाएगा.
खास बात यह है कि ये प्लांट पूरी तरह से इको फ्रेंडली होंगे. प्लांट लगने से पर्यावरण को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा. साथ ही नदियों पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा. इन प्लांटों को लगाने के लिए यूपी सरकार ने तीन साल पहले ही समझौता कर लिया गया था. वहीं, सोनभद्र के सासनाई गांव के पास 1750 मेगावाट क्षमता का पनबिजली प्रोजेक्ट की योजना है. इस परियोजना में जल की आपूर्ति सोन नदी से की जाएगी. यहां 375 हेक्टेयर भूमि में प्लांट लगाया जाएगा.