यूपी में बिजली के नए कनेक्शन के लिए करना पड़ सकता है ज्यादा खर्च, नई दरों का भेजा गया प्रस्ताव
पावर कॉरपोरेशन की तरफ से उपभोक्ता सामग्री में कुल 30 प्रतिशत और प्रतिभूति यानी सिक्योरिटी मनी में 122 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. इतना नहीं कॉरपोरेशन ने अपने इस प्रस्ताव को नियामक आयोग में भेज भी दिया है.
उत्तर प्रदेश में पावर कॉरपोरेशन की ओर से एक ऐसा प्रस्ताव तैयार किया गया है जिससे उपभोक्ताओं की जेब पर बहुत बड़ा असर पड़ेगा. बिजली कनेक्शन की उपभोक्ता सामग्री, इसके साथ ही नये कनेक्शन की दर में भी वृद्धि करने की पूरी तैयारी है.
पावर कॉरपोरेशन की तरफ से उपभोक्ता सामग्री में कुल 30 प्रतिशत और प्रतिभूति यानी सिक्योरिटी मनी में 122 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. इतना नहीं कॉरपोरेशन ने अपने इस प्रस्ताव को नियामक आयोग में भेज भी दिया है.
पावर कॉरपोरेशन के द्वारा बिजली कनेक्शन से जुड़े कॉस्ट डॉटाबुक प्रस्ताव को नियामक आयोग में भेजा जाता है. दो महीने पहले जो प्रस्ताव भेजा गया था उसको आयोग की ओर से सुधार के निर्देश देते हुए लौटा दिया गया था.
अब पावर कॉरपोरेशन की तरफ से एक और नया प्रस्ताव भेजा गया है जिसमें उपभोक्ता सामग्रियों की दरें, मीटर, खंभे, ट्रांसफार्मर जैसी सामग्रियों के मूल्य और प्रतिभूति राशि में बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव रखा गया है.
पावर कॉरपोरेशन की ओर से विद्युत नियामक आयोग में अपने इस संशोधित प्रस्ताव को दाखिल किया है. नियमानुसार दो से तीन साल में में जारी किए जाने वाले कॉस्ट डाटा बुक को साल 2019 में भी जारी किया गया था.
इस प्रस्ताव को लेकर विद्युत नियामक आयोग की एक कमेटी की बैठक होगी. इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कोड रिव्यू पैनल सब कमेटी की इस बैठक में हर एक पक्ष को सुनने के बाद प्रस्ताव जारी होगा.
हालांकि इस प्रस्ताव को लेकर विरोध भी किया जा रहा है और किसी भी कीमत पर इसे न स्वीकार करने की बात भी कही जा रही है. उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष हैं अवधेश कुमार वर्मा जिन्होंने ने कहा है कि संशोधित कॉस्ट डाटा बुक को किसी भी मूल्य पर नहीं माना जाएगा. यह प्रस्ताव उपभोक्ताओं की जेब काटने वाला है. उन्होंने कहा है कि कॉस्ट डाटा बुक को पावर कॉरपोरेशन ने जल्दबाजी में मनमाने तरीके से तैयार किया है.