प्रशासन कानपुर देहात की घटना को दबाने की कोशिश कर रहा है, बोले- सपा MLA मनोज पांडेय

सपा विधायक मनोज पांडेय ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में दलितों, पिछड़ों के साथ अब ब्राह्मणों का भी उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। यह सरकार खुद को ब्राह्मणों का हितैषी होने का ढोंग रच रही है। कानपुर देहात की घटना निंदनीय है। प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है।

प्रशासन कानपुर देहात की घटना को दबाने की कोशिश कर रहा है, बोले- सपा MLA मनोज पांडेय

सपा विधायक मनोज पांडेय ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में दलितों, पिछड़ों के साथ अब ब्राह्मणों का भी उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। यह सरकार खुद को ब्राह्मणों का हितैषी होने का ढोंग रच रही है। कानपुर देहात की घटना निंदनीय है। प्रशासन मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है।

विधायक अमिताभ बाजपेई को जबरन रोका गया। उन्हें नजरबंद किया गया। अहम सवाल यह है कि सरकार के इशारे पर हमें और हमारे विधायक को पीड़ित परिवार से मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा है?  सरकार को किस बात का डर है? 

मुख्य सचेतक ने आरोप लगाया कि प्रदेश में पुलिस द्वारा लगातार जनता से दुर्व्यवहार हो रहा है। कानून में सरकारी जमीन पर घर बनाने वाले की सुनवाई का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि कहां से चल रहा है ये बुलडोजर?  

उन्होंने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पर निशाना साधते हुए कहा कि फोन और समाचार पत्रों में संवेदना व्यक्त करने से कुछ नहीं होगा। सरकार पांच पांच करोड़ के दो चेक और दो नौकरियों के कागजात लेकर पहुंचे। कानपुर की जिलाधिकारी और क्षेत्र के तहसीलदार के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हो। उन्होंने कहा कि कानपुर देहात की जिलाधिकारी पर भी कार्रवाई हो।

बताया जा रहा है कि मनोज पांडेय की अध्यक्षता में सपा का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलेगा। सपा के प्रतिनिधिमंडल में अमिताभ बाजपेई, विनोद चतुर्वेदी, विधायक प्रदीप यादव, हसन रूमी समेंत कई नेता सामिल हैं।

बता दे पूरा मामला कानपुर के थाना रूरा क्षेत्र के गांव मड़ौली का है। जहां पर बुलडोजर खूनी हत्यारा बन गया है। मंडोली गांव में गरीब ब्राह्मण परिवार की झोपड़ी को तोड़ने की बुलडोज कार्यवाही में मां बेटी की संदिग्ध हालात मे जिंदा जलकर मौत हो गई है। जिला प्रशासन पुलिस मूकदर्शक बन खड़े देखते रहे परिजन चीखते बिलखते रहे।