बच्चे ने किया स्कूल यूनिफॉर्म में टॉयलेट तो टीचर ने गरम पानी से जलाया, बच्चा 40 फीसदी तक जला

एक छात्र ने पैंट में शौच कर दिया। इससे गुस्साए टीचर ने उसके ऊपर गर्म पानी डाल दिया, जिससे वह झुलस गया। रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित बच्चा 40 फीसदी तक जल गया है। बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बच्चे ने किया स्कूल यूनिफॉर्म में टॉयलेट तो टीचर ने गरम पानी से जलाया, बच्चा 40 फीसदी तक जला

कर्नाटक से एक चौंका देने वाली घटना सामने आई है। कर्नाटक में रायचूर जिले के स्कूल में 7 साल के एक छात्र ने पैंट में शौच कर दिया। इससे गुस्साए टीचर ने उसके ऊपर गर्म पानी डाल दिया, जिससे वह झुलस गया। रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित बच्चा 40 फीसदी तक जल गया है। बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शिक्षा विभाग को भी इसमें एक टीचर के शामिल होने का संदेह है, जो घटना के बाद से ही फरार है।  

पुलिस टीम ने बताया कि यह घटना 2 सितंबर को जिले के मस्की तालुक के संते कल्लूर गांव में हुई। शिक्षा अधिकारियों के एक दल ने अस्पताल में भर्ती छात्र से मुलाकात की। वे स्टूडेंट से घटना के बारे में जानकारी लेना चाहते थे, लेकिन वह बोलने की स्थिति में नहीं है। उसके माता-पिता को भी इस बारे में पता नहीं है।

पुलिस ने इस मामले में ग्रामीणों के बयान दर्ज किए हैं। गांव के लोग इस बारे में बातचीत कर रहे हैं कि यह काम एक शिक्षक का है, जो घटना के बाद से गायब है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है। पुलिस ने आरोपी टीचर की पहचान कर ली है। उसका नाम हुलिजेप्पा है। घटना के बाद आरोपी ने पीड़ित बच्चे के पेरेंट्स को शिकायत दर्ज न करने की धमकी भी दी। 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमें इस घटना के बारे में जानकारी मिली, लेकिन इसे लेकर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई। हमारी टीम ने स्कूल का दौरा किया है। दरअसल, यह मामला शिक्षा विभाग के अंतर्गत आता है। ऐसे में विभाग इसका स्वत: संज्ञान लेकर ऐक्शन ले सकता है। कुछ दिनों पहले भी राज्य के आंगनवाड़ी केयर सेंटर में एक शिक्षक की ओर से बच्चे को जलाने का मामला सामने आया था। बताया गया कि टीचर के ऊपर पेशाब कर देने पर उसने बच्चे को टार्चर किया था । 

बताया जा रहा है कि बच्चे के मां-बाप  गरीब हैं, और इस बच्चे को बहुत चोटें आई हैं।  गांव के लोग कह रहे हैं कि टीचर ने बच्चे को गरम पानी से जलाया है।  अगर ये आरोप सही है तो टीचर को तुरंत बर्खास्त किया जाए और परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।