अपराधी बोला- मुझ पर 50 हजार का इनाम है मुझे गिरफ्तार कर लो, पुलिस बोली- नहीं करेंगे
आम तौर पर पुलिस गिरफ्तार करने के लिए बदमाशों के पीछे दौड़ती है, लेकिन शुक्रवार को बागपत कचहरी में उल्टा ही हो रहा था। यह तब हुआ जब बागपत पुलिस अपने यहां वांछित नहीं होने के कारण गिरफ्तार करने से बदमाश को मना कर दिया।
आम तौर पर पुलिस गिरफ्तार करने के लिए बदमाशों के पीछे दौड़ती है, लेकिन शुक्रवार को बागपत कचहरी में उल्टा ही हो रहा था। यह तब हुआ जब बागपत पुलिस अपने यहां वांछित नहीं होने के कारण गिरफ्तार करने से बदमाश को मना कर दिया। वकीलों ने भी उसे गिरफ्तार करने के लिए कचहरी और एसपी आवास पर हंगामा किया। गिरफ्तारी नहीं हुई तो अरमान चुपके से खिसक गया।
बदमाश अरमान ने बताया कि उसके परिवार वालों की एक दरोगा से बातचीत हुई थी, जिसने उसे कचहरी में बुलाया था, लेकिन दरोगा से संपर्क नहीं हो सका। इस कारण वह किसी तरह अन्य पुलिस कर्मी से संपर्क कर गिरफ्तार होना चाहता था। उसे डर है कि पुलिस उसे पकड़कर एनकाउंटर कर देगी।
दरअसल, पिछले महीने बुलंदशहर के खुर्जा से एक व्यापारी राजकुमार का अपहरण हुआ था। इस वारदात में अरमान निवासी हसनपुर कलां थाना किठौर जिला मेरठ भी शामिल था और उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित है। इस मामले में तीन बदमाश पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। अरमान को डर है कि पुलिस उसका एनकाउंटर कर सकती है। इसलिए वह कुछ वकीलों के साथ बागपत कचहरी पहुंच गया। पुलिस के गिरफ्तार करने से इंकार करने पर कुछ अधिवक्ताओं ने हंगामा किया।
बदमाश साथियों के पकड़े जाने के बाद से किसी भी तरह से समर्पण करने की कोशिश में लगा है। उसने बृहस्पतिवार को मेरठ में समर्पण करने का प्रयास किया था, लेकिन वहां बात नहीं बनने पर किसी के माध्यम से वह बागपत पहुंचा और यहां भी कामयाब नहीं हो पाया।
एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कचहरी में सुनील राठी, धर्मेंद्र किरठल सहित कई बड़े बदमाशों की पेशी होनी थी। इसलिए खुद कचहरी में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने गया था। सूचना मिली कि कोई बदमाश आत्मसमर्पण करना चाहता है, तो वहां सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। किसी को समर्पण नहीं करने दिया। हमारे यहां से अरमान नाम का कोई बदमाश बागपत से वांछित नहीं है। इसलिए उससे कहा कि बदमाश या अन्य किसी की गिरफ्तारी में न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी।