सिर तन से जुदा के जरिये पब्लिसिटी चाहता था डॉक्टर, अपने ही बुने जाल में फंसा

डॉक्टर का कहना था कि लोगों की सेवा करने के चलते उसे धमकी दी गई. धमकी देने वाले ने वाट्सऐप पर कहा "गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सिर तन से जुदा सिर तन से जुदा". पुलिस के मुताबिक डॉक्टर को इस तरह की कोई धमकी नहीं मिली थी. कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए जब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो डॉक्टर का झूठ सामने आ गया.

सिर तन से जुदा के जरिये पब्लिसिटी चाहता था डॉक्टर, अपने ही बुने जाल में फंसा

गाजियाबाद में डॉक्टर अरविंद कुमार अकेला को मिली अमेरिका से 'सिर तन से जुदा' करने की धमकी का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. पुलिस के मुताबिक डॉक्टर को इस तरह की कोई धमकी नहीं मिली थी. दरअसल डॉक्टर ने ही अपने किसी जानकार के द्वारा मिलाए युवक से कॉल स्वैपिंग सीखने की इच्छा जाहिर की थी. कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए जब पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो डॉक्टर का झूठ सामने आ गया. 

बता दे कि डॉक्टर का कहना था कि लोगों की सेवा करने के चलते उसे धमकी दी गई. धमकी देने वाले ने वाट्सऐप पर कहा "गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सिर तन से जुदा सिर तन से जुदा". डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जिसका खुलासा होने पर डॉक्टर की पोल खुली. मामला थाना सिहानी गेट क्षेत्र का है. यहां पिछले 24 साल से डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला प्रैक्टिस कर रहा है.

खुद की रची इस साजिश के बाद डॉक्टर ने सबसे पहले एक परिचित मरीज को बताया कि उसे जान से मारने की धमकी मिली है. डॉक्टर के मुताबिक, वो अपने माता-पिता के नाम से धर्मार्थ क्लीनिक चलाता है. जिसमें एक दिन की दवा भी मुफ्त देता है. डॉक्टर अरविंद कई हिंदू संगठनों से जुड़ा है. इसमे यति नरसिम्हा नंद का संगठन भी है. डॉक्टर अरविंद वत्स अकेला इस संगठन का बिहार और यूपी का प्रभारी है.

डॉक्टर के मुताबिक, एक सितंबर को अनजान शख्स ने उसे वाट्सऐप पर कॉल की. जिसे वह नहीं उठा पाया. फिर मैंने कॉल बैक की तो बात नहीं हो सकी. इसके बाद दो सितंबर को एक बार फिर कॉल आई. इस दौरान करीब पांच मिनट बात हुई. इसके ठीक बाद उसी नंबर से दूसरी कॉल आई और 21 सेकंड बात हुई. डॉक्टर का दावा है कि इस दौरान कॉल करने वाले ने कहा, "हिंदू संगठन के लिए काम करना बंद कर दो. नहीं तो गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सिर तन से जुदा सिर तन से जुदा" धमकी देने वाले ने अपना नाम स्टीवन ग्रांड बताया, उसके वाट्सऐप की प्रोफाइल फोटो नकाबपोश की थी. 

दरअसल बिहार छपरा निवासी अनीश महतो दिल्ली के मालवीय नगर में रहता है. वह एक बीमारी के चलते इस डॉक्टर के संपर्क में आया था. अनीश महतो कंप्यूटर और इंटरनेट का अच्छा जानकार है. उसने एक नंबर वर्चुअल रूप से लिया था. ये नंबर अमेरिका का शो होता था. अपनी बीमारी के सिलसिले में उसने इस नंबर से डॉक्टर से बात की थी, साथ ही अपने कुछ फोटो भी भेजे थे. 

जिसके बाद पुलिस के मुताबिक डॉक्टर ने सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए इस नंबर को यह कहकर वायरल कर दिया कि इस नंबर से उसे अमेरिका से 'सिर तन से जुदा' करने की धमकी मिल रही है. गाजियाबाद के एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि जिस मरीज अनीश महतो से डॉक्टर की इस नंबर से बात हुई थी, पुलिस ने उसको भी मीडिया के सामने पेश किया. अनीश ने बताया कि उसकी महज अपनी बीमारी को लेकर इस नंबर से डॉक्टर से बात हुई थी. 

पुलिस अब डॉक्टर के खिलाफ झूठी सूचना देने के मामले में कार्रवाई की बात कह रही है. वहीं डॉक्टर द्वारा दर्ज कराए मुकदमे को खत्म करने की बात भी कह रही है.