संघ और संगठन तय करेंगे केशव प्रसाद मौर्य का राजनीतिक भविष्य

सिराथू में हुई हार के बाद बीजेपी के कद्दावर नेता और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के राजनीतिक भविष्य पर अब संघ और संघटन के भरोसे है।

संघ और संगठन तय करेंगे केशव प्रसाद मौर्य का राजनीतिक भविष्य
संघ और संगठन तय करेंगे केशव प्रसाद मौर्य का राजनीतिक भविष्य

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विश्व हिंदू परिषद के जरिए भाजपा की राजनीति में कदम रखा था। विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल के करीबी रहे केशव को आरएसएस के सह कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सर सह कार्यवाह कृष्णगोपाल सहित अन्य नेताओं का भी करीबी माना जाता है। संघ और भाजपा के शीर्ष नेताओं के प्रयास से ही पिछड़े वर्ग के बीच केशव प्रसाद की पार्टी के चेहरे के रूप में पहचान स्थापित की गई।

भाजपा के कद्दावर पिछड़े वर्ग के नेता केशव प्रसाद मौर्य के सिराथू से चुनाव हारने के बाद उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बहरहाल केशव अभी विधान परिषद सदस्य हैं। ऐसे में केशव को योगी सरकार में जगह मिलेगी या उन्हें भाजपा की राष्ट्रीय टीम में जिम्मेदारी दी जाएगी, इसका निर्णय पार्टी का शीर्ष नेतृत्व अगले सप्ताह तक करेगा।