पति ने तीन दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी को लगाया ठिकाने, एक चूक से पकड़ा गया 

शख्स ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया. अपहरण की झूठी सूचना भी उसी ने पुलिस को दी थी. पुलिस ने महिला के पति और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. फिलहाल, पुलिस इस मामले में फरार एक अन्य आरोपी की तलाश कर रही है.

पति ने तीन दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी को लगाया ठिकाने, एक चूक से पकड़ा गया 

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के शिवली थाना में अपहरण के बाद हुई महिला की हत्या का पुलिस ने 36 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है. आरोप है कि महिला की हत्या उसके पति ने ही की है. 

शख्स ने अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया. अपहरण की झूठी सूचना भी उसी ने पुलिस को दी थी. पुलिस ने महिला के पति और उसके दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. फिलहाल, पुलिस इस मामले में फरार एक अन्य आरोपी की तलाश कर रही है.

एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि महिला की हत्या उसके पति रमन पाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर करी थी. पुलिस को गुमराह करने के लिए महिला के अपहरण की झूठी सूचना दी थी. मृतक महिला के पति व दो साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं हत्या में शामिल फरार आरोपी सौरभ गौतम की तलाश में पुलिस टीम जुटी है. जल्द ही फरार आरोपी सौरभ गौतम को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

जानकारी के मुताबिक चौबेपुर थाना क्षेत्र का पनौक पुरवा गांव निवासी रमन पाल अपनी पत्नी सरिता देवी और 3 वर्षीय बच्चे को लेकर मंगलवार देर रात सुसराल से अपने घर के लिए निकला था. 

इस दौरान शिवली थाना क्षेत्र के अंतर्गत संदिग्ध परिस्थितियों में सरिता का अपहरण हो गया था, जिसकी सूचना रमन ने पुलिस को दी थी. पुलिस सरिता की तलाश में जुटी हुई थी की बुधवार को केशरी निवादा नहर के पास झाडियों में पुलिस को उसका शव बरामद हुआ.

घटना के खुलासे में जुटी पुलिस टीम ने संदेह के आधार पर मृतक सरिता के पति रमन को हिरासत में लेकर पूछताछ की. रमन पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन बाद में उसने पत्नी की हत्या की बात कबूल ली. 

रमन ने पुलिस को बताया कि पत्नी उसे परेशान करती थी. पत्नी की हरकतों से तंग आकर उसने अपने साथी रनजीत उर्फ गुल्लू, अखिल पाल और सौरभ गौतम के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी और शव को केशरी निवादा नहर के पास झाडियों में फेंक दिया. इसके बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए अपहरण की झूठी सूचना दी थी.