बाबा विश्वनाथ के रात्रि विश्राम के लिए 20 किलो चांदी से तैयार किया गया नया आसन, जलाभिषेक के बाद किया जाएगा अर्पित
24 जुलाई यानी कल यज्ञ पूरी होने के बाद कलश यात्रा से अभिमंत्रित गंगाजल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा। फिर, उन्हें चांदी का नया आसन अर्पित किया जाएगा। बाबा काशी विश्वनाथ के रात्रि विश्राम के लिए चांदी का नया आसन तैयार किया गया है। बाबा विश्वनाथ अब शयन आरती के बाद नए आसन पर ही रात्रि विश्राम करेंगे।
बाबा काशी विश्वनाथ के रात्रि विश्राम के लिए चांदी का नया आसन तैयार किया गया है। बाबा विश्वनाथ अब शयन आरती के बाद नए आसन पर ही रात्रि विश्राम करेंगे। यह नया आसन 20 किलो चांदी से मदुरई के एएन सुब्बैह ने तैयार किया है। श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम् मैंनेजिंग सोसाइटी की ओर से रविवार को बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा।
इसके बाद श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रबंधन को चांदी का नया आसन सौंप दिया जाएगा। हाल ही में बाबा विश्वनाथ के मंदिर के गर्भगृह के अंदर और बाहर की दीवारों पर 60 किलो सोने की परत चढ़ाई गई थी।
विश्व कल्याण की कामना के साथ श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम् मैनेजिंग सोसाइटी की ओर से रथयात्रा स्थित अन्ना मलईयार नंदवनम परिसर में तीन दिन का महारुद्र यज्ञ किया जा रहा है। यज्ञ के लिए 1008 कलश में गंगाजल लाया गया है। यज्ञ का शुभारंभ गो पूजन के साथ किया गया और दक्षिण भारत के 108 वैदिकों द्वारा श्रीसूक्त के मंत्रों की एक लाख आठ आहुतियां की गईं।24 जुलाई यानी कल यज्ञ पूरी होने के बाद कलश यात्रा से अभिमंत्रित गंगाजल से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा। फिर, उन्हें चांदी का नया आसन अर्पित किया जाएगा।
श्री काशी नाटकोंट्टई नगर क्षतरम् मैंनेजिंग सोसाइटी का सिगरा-रथयात्रा मार्ग पर बगीचा है। बीते 300 साल से इसी बगीचे के बेलपत्र बाबा विश्वनाथ को चढ़ाए जाते हैं। यही संस्था बाबा विश्वनाथ की रोजाना होने वाली आरती की व्यवस्था भी करती है। इसके अलावा बाबा विश्वनाथ धाम के अन्नक्षेत्र में श्रद्धालुओं के फ्री प्रसाद की जो व्यवस्था शुरू की गई है, उसका जिम्मा भी इसी सोसाइटी के पास है।