अबसे OPD छोड़कर नहीं भाग पाएंगे डाक्टर, योगी सरकार करेगी ऐसे निगरानी
अब सभी आयुष डॉक्टरों की अटेंडेंस मोबाइल ऐप से लगाई जाएगी. इसी ऐप अन्य जरूरी सूचनाएं भी दी जाएंगी. होम्योपैथिक और यूनानी डॉक्टरों पर भी यही नियम लागू होगा. वहीं, दूर-दराज के इलाकों में तैनात डॉक्टरों के लिए यह आदेश चिंता का विषय बना हुआ है.
सरकारी अस्पतालों की स्थिति बेहतर करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है और इस दिशा में लगातार कदम उठा रही है. प्रदेश के सरकारी अस्पतालों की स्थिति सुधारने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निदेशक ने एक नया आदेश जारी किया है.
जानकारी के मुताबिक अब सभी आयुष डॉक्टरों की अटेंडेंस मोबाइल ऐप से लगाई जाएगी. इसी ऐप अन्य जरूरी सूचनाएं भी दी जाएंगी. होम्योपैथिक और यूनानी डॉक्टरों पर भी यही नियम लागू होगा. वहीं, दूर-दराज के इलाकों में तैनात डॉक्टरों के लिए यह आदेश चिंता का विषय बना हुआ है.
जानकारी के मुताबिक हेल्थ डिपार्टमेंट का यह पत्र डॉक्टों और स्टाफ में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस पत्र में सभी आयुष डॉक्टर्स को निर्देश दिया गया है कि एक जून से आयुष एप के माध्यम से सभी की अटेंडेंस लगाई जाएगी. इस ऐप की अटेंडेंस के आधार पर ही जून महीने का वेतन दिया जाएगा.
यदि ऐप पर उपस्थिति दर्ज नहीं हुई तो मासिक वेतन रोक दिया जाएगा. ग्रामीण और सुदूर इलाकों के अस्पतालों में तैनात चिकित्सकों और कर्मचारियों का कहना है कि नेटवर्क न होने के कारण घरवालों से फोन से बात नहीं हो पाती. ऐसे में अटेंडेंस लगा पाना मुश्किल होगा. अब विभाग ने ऐप से अटेंडेंस लगाना अनिवार्य कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक यह पत्र निदेशक आयुर्वेदिक एवं यूनानी डॉ. पीसी सक्सेना की ओर से जारी किया गया है. इस पत्र में अस्पतालों की ऑनलाइन निगरानी शुरू करने की बात कही गई है.
आयुर्वेदिक एवं युनानी अधिकारी ने बताया कि डिपार्टमेंट की ओर ऑनलाइन अटेंडेंस लगवाने का निर्देश मिला है. आदेश का पालन करने के लिए सभी डॉक्टर्स और अन्य स्टाफ को सूचित कर दिया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि ऐप के जरिए अटेंडेंस लगाने की व्यवस्था एक जून से शुरू कर दी जाएगी.