आज से शुरू होगा तरक्की का रास्ता बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, लोकार्पण करेंगे पीएम मोदी
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शुभारंभ करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 में इसका शिलान्यास किया था। निर्माण एजेंसी यूपीडा ने कोरोना काल के बावजूद 28 माह में एक्सप्रेसवे को लक्ष्य से आठ महीने पहले बनाकर तैयार कर दिया है। इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 13 टोल प्लाजा और 7 रैंप प्लाजा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे। एक्सप्रेसवे के शुरू हो जाने से बुंदेलखंड दिल्ली और लखनऊ से सीधे जुड़ जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण करेंगे। एक्सप्रेसवे के शुरू हो जाने से बुंदेलखंड दिल्ली और लखनऊ से सीधे जुड़ जाएगा। चित्रकूट से लेकर इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सात जिलों का कायाकल्प होगा।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के लोकार्पण कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। कार्यक्रम में एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ जुटाने की तैयारी है। इसके लिए प्रधान, सचिव, कोटेदार, आंगनबाड़ी आदि को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है। इस मौके पर बुंदेलखंड के कलाकारों की टीम मंचन करेंगी। बुंदेली गमछा भी मोदी को भेंट किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए झांसी और ललितपुर से बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। भाजपा नेताओं के साथ ही लाभार्थी भी वहां मौजूद रहेंगे। शुक्रवार को ही गांव गांव बसें भेज दी गईं थीं ताकि लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो। वहीं तमाम नेता अपने निजी वाहनों से भी रवाना हो गए। रैली में शामिल होने के लिए देर शाम से ही लोगों के जाने का सिलसिला शुरू हो गया था।
बांदा और जालौन में एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है। इसके लिए सलाहकार एजेंसी का गठन हो चुका है। उद्योग लगने से इन दोनों जिलों के अलावा आसपास के जिलों के लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा। बुंदेलखंड में प्रस्तावित डिफेंस कॉरिडोर को भी एक्सप्रेसवे का लाभ मिलेगा। माल का आवागमन सुगम हो सकेगा।
लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे। उनके अलावा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय राज्यमंत्री भानुप्रताप वर्मा, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी, रामकेश निषाद, मनोहरलाल मन्नू कोरी, सांसद रामशंकर कठेरिया, अनुराग शर्मा, पुष्पेंद्र सिंह चंदेल, आरके सिंह पटेल बतौर अतिथि मौजूद रहेंगे।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चित्रकूट में भरतकूप के पास गोंडा गांव में झांसी-इलाहाबाद राजमार्ग से प्रारंभ होकर इटावा की तहसील ताखा के ग्राम कुदरैल के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे में मिलता है। एक्सप्रेसवे फोर लेन है। यहां चार स्थानों पर फ्यूल पंप स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शुभारंभ करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 में इसका शिलान्यास किया था। निर्माण एजेंसी यूपीडा ने कोरोना काल के बावजूद 28 माह में एक्सप्रेसवे को लक्ष्य से आठ महीने पहले बनाकर तैयार कर दिया है। इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 13 टोल प्लाजा और 7 रैंप प्लाजा हैं।
माना जा रहा है कि रविवार से ही बसों का संचालन दोबारा से शुरू हो पाएगा। लिहाजा अगर आप बस का सफर प्लान कर रहे हैं तो फिलहाल दो दिनों के लिए टाल दें तो बेहतर रहेगा। क्योंकि रोडवेज की बस ही नहीं प्राइवेट बसों को भी लाभार्थियों को ले जाने के लिए लगा दिया गया है।
चित्रकूट से लेकर इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सात जिलों का कायाकल्प होगा। इससे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिले सीधे जुड़ेंगे। 14850 करोड़ रुपये की लागत से बने इस एक्सप्रेसवे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जालौन के कैथरी गांव में जनता को समर्पित करेंगे।